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आर्कटिक महासागर/ aarkatik mahaasaagar

        


  • आर्कटिक महासागर यह विश्व का सबसे छोटा महासागर है इसे छिपता हुआ महासागर कहते हैं पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध में स्थित उत्तरीध्रुवीय महासागर या आर्कटिक महासागर जिसका विस्तार अधिकतर आर्कटिक उत्तर ध्रुवीय क्षेत्र में है। दुनिया के पांच प्रमुख समुद्री प्रभागों (पांच महासागरों) में से यह सबसे छोटा और उथला महासागर है। अंतरराष्ट्रीय  जल सर्वेक्षण संगठन  (UPC) इसको एक महासागर स्वीकार करता है जबकि कुछ महासागर विज्ञानी इसे आर्कटिक भूमध्य सागर या केवल आर्कटिक सागर कहते है और इसे अन्ध महासागर के भूमध्य सागरों मे से एक मानते है।  


  • आर्कटिक महासागर का अंग्रेजी वर्णमाला के D  आकार के समान है। इस महासागर का सबसे गहरा गर्त यूरेशिया बेसिन (5450 मी.) है।

          

आर्कटिक महासागर 

  • आर्कटिक महासागर यह लगभग पूरी तरह से यूरेशिया और उत्तरी अमेरिका से घिरा आर्कटिक महासागर आंशिक रूप से वर्ष भर में समुद्री बर्फ के ढका रहता है (और सर्दियों में लगभग पूर्ण रूप से) आर्कटिक महासागर का तापमान तथा  लवणता  मौसम के अनुसार बदलती रहती है। क्योंकि इसकी बर्फ पिघलती तथा जमती रहती है। पांच प्रमुख महासागरों में से इसकी  [औसत लवणता सबसे कम] है। जिसका कारण कम वाष्पीकरण नदियों और धाराओं से भारी मात्रा मे आने वाला मीठा पानी और उच्च लवणता वाले महासागरों से सीमित जुड़ाव जिसके कारण यहाँ का पानी बहुत कम मात्रा में इन उच्च लवणता वाले महासागरों बह कर जाता है। ग्रीष्म काल में यहाँ की लगभग 50% बर्फ पिघल जाती है। राष्ट्रीय हिम और बर्फ आँकड़ा केन्द्र उपग्रह आँकड़ों का प्रयोग कर आर्कटिक समुद्री बर्फ आवरण और इसके पिघलने की दर के पिछले वर्षो के आंकड़ों के आधार पर एक तुलनात्मक दैनिक रिकॉर्ड प्रदान करता है।

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