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डायनासोर का इतिहास/(History of Dinosaurs in Hindi)

  • डायनासोर 


  • यूनानी भाषा में डायनासोर का अर्थ  बड़ी छिपकली होता है लगभग 16 करोड़ साल तक पृथ्वी के सबसे प्रमुख स्थलीय कशेरुकी जीव थे। यह ट्राइएसिक काल के अंत ( लगभग 23 करोड़ साल पहले ) से लेकर क्रीटेशियस काल ( लगभग 6.5 करोड़ साल पहले ) के अंत तक अस्तित्व में रहे, इसके बाद इनमें से ज्यादातर क्रीटेशियस तृतीयक विलुप्ति घटना के फलस्वरूप विलुप्त हो गये


  • जीवाश्म अभिलेख इंगित (इशारा) करते हैं कि पक्षियों का प्रादुर्भाव जुरासिक काल के दौरान थेरोपोड डायनासोर से हुआ था तथा अधिकतर जीवाश्म विज्ञानी पक्षियों को डायनासोरों के आज तक जीवित वंशज मानते हैं। हिन्दी में डायनासोर  शब्द का अनुवाद (भीमसरट ) है जिस का संस्कृत में अर्थ (भयानक छिपकली) है।

            

डायनासोर की विभिन्न जातियां 

  • डायनासोर पशुओं के विविध समूह थे। जीवाश्म विज्ञानियों ने डायनासोर के अब तक 500 विभिन्न वंशों और 1000 से अधिक प्रजातियों की पहचान की है और इनके अवशेष पृथ्वी के हर महाद्वीप पर पाये जाते हैं। कुछ डायनासोर मांसाहारी तो कुछ शाकाहारी  थे। कुछ द्विपाद और कुछ चौपाये थे जबकि कुछ आवश्यकता अनुसार द्विपाद या चतुर्पाद के रूप में अपने शरीर की मुद्रा को परिवर्तित कर सकते थे। अनेक  प्रजातियां की कंकालीय संरचना विभिन्न संशोधनों के साथ विकसित हुई थी जिनमे अस्थीय कवच, सींग या कलगी शामिल हैं। हालाँकि डायनासोरों को आम तौर पर उनके बड़े आकार के लिए जाना जाता है लेकिन कुछ डायनासोर प्रजातियों का आकार मानव के बराबर तो कुछ मानव से छोटे थे। डायनासोर के कुछ सबसे प्रमुख समूह अंडे देने के लिए घोंसले का निर्माण करते थे और आधुनिक पक्षियों के समान अण्डज थे।


  • [डायनासोर] शब्द को 1842 में सर रिचर्ड ओवेन ने गढ़ा था और इसके लिए उन्होंने ग्रीक शब्द (डीनोस) (भयानक)  शक्तिशाली,  चमत्कारिक  (सॉरॉस) (छिपकली) को प्रयोग किया था। 20वीं सदी के मध्य तक वैज्ञानिक समुदाय डायनासोर को एक आलसी नासमझ और शीत रक्त वाला प्राणी मानते थे लेकिन 1970 के दशक के बाद हुये अधिकाँश अनुसंधान ने इस बात का समर्थन किया है कि यह ऊँची उपापचय दर वाले सक्रिय प्राणी थे।

           

मांसाहारी डायनासोर 

  • 19वीं सदी में पहला डायनासोर जीवाश्म मिलने के बाद से डायनासोर के टंगे कंकाल विश्व भर के संग्रहालयों में प्रमुख आकर्षण बन गए हैं। डायनासोर विश्व भर में संस्कृति का एक हिस्सा बन गये हैं और लगातार इनकी लोकप्रियता बढ़ रही है। दुनिया की कुछ सबसे ज्यादा बिकने वाली किताबें डायनासोर पर आधारित हैं साथ ही जुरासिक पार्क जैसी फिल्मों ने इन्हें पूरे विश्व में लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इनसे जुड़ी नयी खोजों को नियमित रूप से मीडिया द्वारा कवर किया जाता है। (डायनासोर का स्ववर्णिम युग मीसोजोइक युुग कहलाता हैं)


  • मांशाहांरी डायनासोर … ट्राइरेनोसॉर्स ,ओर्निथोमिमस 


  • शाकाहारी डायनासोर …एेपेटोसोर्स, ब्रेकियोसोर्स आदि

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